वह मजदूरन
क्या कुछ नहीं दिखाया था जिंदगी ने उसे। जिंदगी के सुनहरे दिन भी और भुूख से लड़तीं रातें भी। पति को गुजरे वर्षों हो गये, एक बेटा है जो अपनी पत्नी व बच्चों के साथ पास ही शहर में मकान बनाकर रहते हुए सब कुछ भूल चुका है। किन्तु उसे सब कुछ याद है, जब वह मजदूरी करके घर लौटती थी, थकी हारी, तो बेटे का चेहरा देखने मात्र से उसमें ताजगी का संचार हो जाता था। उसके लिये खुशी का कारण सिर्फ यह है कि शहर में उसके बेटे का मकान है और वह वहाँ खुश है। साल में दो चार बार हो आती है वहाँ किन्तु वहाँ न जाने उसे क्यों लगता है कि वह बोझ ही है उनके लिये, तो लौट आती है एक दो दिन में ही।
इस बार भी गयी, दो दिन बेटे, बहू और पोते पोती को जीभर निहारकर लौट आई फिर गाँव। उसकी दिनचर्या फिर पहले जैसी हो गयी,सुबह जल्दी उठना,लकड़ी के लिये जाना, खेत और क्यारियों में काम करना, फिर खाना बनाना और खाकर मजदूरी पर चली जाना। शाम को घर लौटती तो कोई चेहरा नहीं होता था जिसे देखकर उसमें ताजगी आती। जल्दी खाना खाकर चुपचाप सो जाती थी।
शहर से गाँव आये छः दिन ही हुये थे उसे कि पहले हल्की खांसी आनी शुरू हुई। अगले दिन से बदन भी गर्म रहने लगा। वह फिर भी किसी तरह सुबह उठती और अपनी दिनचर्या के सभी काम करती, मजदूरी पर नहीं जा पा रही थी सिर्फ। फिर उसे एक सुबह सांस लेने में भी दिक्कत होने लगी तो वह दिनभर बाहर टहलती रही। शाम तक कुछ राहत मिली पर शरीर टूटने सा लगा। दिनभर कुछ भी नहीं बना पाई थी, तो भूख भी लग गयी थी। जैसे तैसे उसने खिचड़ी बनाई और निढाल होकर सो गयी।
अगली सुबह जब वह उठी तब भी थकान सी थी पर वह अपने दैनिक कार्यों में जुट गयी। कुछ दिन यही क्रम रहा किन्तु उसने अपनी दिनचर्या के कार्य नहीं छोड़े।
और एक दिन फिर वह मजदूरी पर लौट गयी।
उसे पता ही नहीं है कि जो कोरोना मुम्बई जैसे असंख्य महानगरों, शहरों, गाँवों के लिये तबाही का सबब बना हुआ है, उसने उसी को मात दे दी है।
- जितेन्द्र राय ’जीत’
’वह मजदूरन’
लेखक परिचय
नाम- जितेन्द्र राय ’जीत’
शैक्षिक योग्यता- एम. ए. ( अंग्रेजी), बी़ एड.
जन्मतिथि- 06 अप्रैल 1981
कवि एवं लेखक
जिला अध्यक्ष
हिन्दी साहित्य भारती
चम्पावत।
मूलनिवास का पता-
ग्राम- बजवाड़,
विकास खण्ड- पाबौ
जिला- पौड़ी गढ़वाल
उत्तराखण्ड
पिन- 246123
मोबाइल नम्बर- 8006551851
9528475725
वर्तमान में राजकीय सेवा में चम्पावत, उत्तराखंड में कर्मरत।
बहुत ही अच्छी कहानी
ReplyDeleteबहुत ही अच्छी कहानी
ReplyDeleteउत्कृष्ट रचना
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